देहरादून। प्रदेश में इन दिनों निकाय चुनावों का महासमर चल रहा है। प्रदेश के सभी 11 नगर निगमों में सत्ताधारी दल भाजपा के साथ-साथ विपक्षी दल कांग्रेस, अन्य राजनैतिक दल और निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी समर में अपनी ताकत झोंक रहे हैं।
प्रदेश की नगर निगम की सबसे हॉट सीट यानी राजधानी देहरादून का मेयर चुनाव सबसे रोचक बन गया है, जहां भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, और उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशियों के साथ-साथ कुल दस निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
इसी क्रम में, देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में देहरादून सिटीजन्स फोरम द्वारा “देहरादून ग्रीन एजेंडा” थीम पर मेयर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के विभिन्न वर्गों से भारी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। मेयर संवाद में बोलने वाले प्रत्याशियों का चयन पर्ची लाटरी द्वारा किया गया। सभी प्रतिभागियों ने देहरादून के इस किस्म के पहले आयोजन की सराहना की। मेयर प्रत्याशियों को अपनी बात रखने के निर्धारित 12 मिनट का समय दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान सभी महापौर प्रत्याशियों ने अपने-अपने विज़न से सभी को अवगत कराया और यह बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य दून की हरियाली को बनाए रखना होगा। इसके अतिरिक्त, पार्किंग की व्यवस्था को प्राथमिकता देना और नालों में तब्दील हो चुकी नदियों को पुनः संवारना भी उनकी योजनाओं में शामिल है। सम्पूर्ण मेयर प्रत्याशी इन मूल मुद्दों पर देहरादून सिटीजन्स फोरम के दृष्टिकोण से सहमत नजर आए।
मेयर संवाद की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार वीरेंद्र पोखरियाल ने की, जिन्होंने शहर में अगले पांच वर्षों में 10 लाख पेड़ लगाने की योजना प्रस्तुत की। इसके अलावा, उन्होंने पॉलिथीन की समस्या को कारखानों में ही स्रोत पर रोकने और चुनाव जीतने के बाद वार्डों में जमीनी स्तर पर काम करने की बात कही।
दूसरे वक्ता के रूप में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रविंद्र आनंद सिंह ने देहरादून में अगले पांच वर्षों में पांच लाख सीसीटीवी कैमरे और 10,000 गाड़ियों के लिए पार्किंग व्यवस्था पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने किन्नर समाज के हित में कार्य करने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रस्ताव रखा।
पर्ची चयन के आधार पर अगला वक्तव्य उत्तराखंड क्रांति दल के कैप्टन बीरेंद्र सिंह बिष्ट ने दिया, जिसमें उन्होंने इको टास्क फोर्स का गठन करने, पॉलिथीन की समस्या को शहर की सीमाओं में रोकने और इंदौर के कचरा प्रबंधन मॉडल से सीखने का वादा किया। साथ ही, उन्होंने एक मजबूत भू कानून की भी पैरवी की।
अंत में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सौरभ थपलियाल ने अपनी पार्टी के संकल्प पत्र को दोहराते हुए सामुदायिक हॉल बनाने, साइकिल ट्रैक और वॉकिंग पाथ बनाने की बात की। संवाद के दौरान मलिन बस्तियों और राष्ट्रीय हरित अधिकरण की अगली सुनवाई, शहर में बढ़ते नशे और रिस्पना जैसी नदियों में पानी की गुणवत्ता के चिंताजनक सवालों को संवाद में पब्लिक ने अधिकांश उनसे सवाल दागे।
सभी महापौर प्रत्याशी अपने-अपने विज़न के साथ यह स्पष्ट करते हुए नजर आए कि दून की हरियाली को बनाए रखना उनका प्रमुख उद्देश्य होगा। इसके साथ ही, पार्किंग की व्यवस्था को प्राथमिकता देना और नालों में तब्दील हो चुकी नदियों को फिर से संवारने का काम किया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत देहरादून सिटीजन्स फोरम के जगमोहन मेहंदीरत्ता और भारती जैन ने की, जबकि फोरम के ग्रीन एजेंडा पर जानकारी अनूप नौटियाल और फ्लोरेंस पांधी ने दी। मेयर संवाद की रूपरेखा को रितु चटर्जी और अनीश लाल ने साझा किया।
एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी विजय भट्टराई ने भी मेयर संवाद कार्यक्रम में अपने विचार रखे। कार्यक्रम में देहरादून सिटीजन्स फोरम के सदस्य सुधीर वढेरा, आशीष गर्ग, कुसुम कोहली, आशा रानी कपूर, अनूप बड़ोला, नितिन शाह, रमन्ना, डॉक्टर विमल नौटियाल, लोकेश ओहरी, सुनील नेहरू, रणबीर चौधरी, अनिल जग्गी, अभिषेक भट्ट, राजीव ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता रवि चोपड़ा, निर्मला बिष्ट, जयदीप सकलानी, प्रदीप कुकरेती, और अन्य संस्थाओं और देहरादून सिटीजन्स फोरम के कई और सदस्य तथा शहर के नागरिक उपस्थित रहे।