देहरादून: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार (IPS Ashok Kumar) उत्तराखंड के अगले पुलिस महानिदेशक होंगे। शासन ने राज्यपाल की मंजूरी के बाद शुक्रवार को उनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। 1989 बैच के आईपीएस 30 नवंबर को अनिल रतूड़ी के सेवानिवृत्त होने के बाद कार्यभार ग्रहण करेंगे।
अशोक कुमार (IPS Ashok Kumar) नवंबर 2022 तक करीब दो साल इस पद पर रहेंगे जो अपने आप में रिकॉर्ड होगा। अशोक कुमार के पास डीजीपी के तौर पर काम करने का लंबा और पर्याप्त वक्त रहेगा। उनका रिटायरमेंट नवंबर 2023 को होगा। अशोक कुमार अभी डीजी कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। अशोक कुमार राज्य के 11वें डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) होंगे।
इससे पूर्व नए डीजीपी के लिए संघ लोक सेवा आयोग ने 12 नवंबर को हुई डीपीसी के आधार पर 1986 बैच के आईपीएस एमए गणपति और 1990 बैच के वी विनय कुमार के साथ ही अशोक कुमार (IPS Ashok Kumar) के नाम को शामिल करते हुए, पैनल राज्य सरकार के पास भेजा था। जिसमें से मुख्यमंत्री की सहमति के बाद अशोक कुमार के नाम पर अंतिम मुहर लगी। हालाँकि उनके मुकाबले में शामिल एमए गणपति और वी विनय कुमार पहले ही केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रहे हैं। इस कारण वो राज्य में कार्यरत अकेले अधिकारी थे।
आईपीएस अशोक कुमार अपने लगभग तीन दशक के सेवाकाल में अविभाजित उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड पुलिस, आईटीबीपी और बीएसएफ के महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं। बीते वर्षों में उन्होंने कई विषयों पर पुस्तकें भी लिखीं, जिनमें उनकी खाकी में इंसान बेहद प्रसिद्ध रही है। उनकी पहली पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में बतौर एएसपी हुई थी। वे इन तीन दशकों में इलाहाबाद के बाद अलीगढ़, रुद्रपुर, चमोली, हरिद्वार, शाहजहांपुर, मैनपुरी, नैनीताल, रामपुर, मथुरा, पुलिस मुख्यालय देहरादून, गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के आईजी के पद पर रह चुके हैं। इनके अलावा आईपीएस कुमार सीआरपीएफ और बीएसएफ में भी प्रतिनियुक्ति पर रह चुके हैं।
अशोक कुमार का जन्म 20 नवंबर 1964 को हरियाणा के पानीपत जिले के कुराना गांव में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद आईआईटी दिल्ली से बीटेक और एमटेक की शिक्षा प्राप्त की थी।
साल 2001 में कोसोवो में उत्कृष्ट कार्य के लिए अशोक कुमार को यूनए मिशन पदक मिला। 2006 में दीर्घ एवं उत्कृष्ट सेवाअें के लिए राष्ट्रपति द्वारा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।