नैनीताल: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच उत्तराखंड में डेल्टा वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं। नैनीताल के बेतालघाट विकासखंड क्षेत्र के दो मरीजों में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट पाए जाने से क्षेत्र में खलबली है। अब तक हुई पड़ताल में पता चला है कि दोनों मरीज कोरोना वैक्सीन लगवा चुके थे। बीते दो माह से संक्रमित मरीज या फिर उनके घर का कोई परिजन राज्य से बाहर नहीं गया है। स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर पूरे गांव की कोरोना जांच आरटीपीसीआर कराने का निर्णय लिया है।
डेल्टा वेरिएंट पाए जाने इन दोनों मरीजों का सैंपल करीब एक माह पहले लिया गया था। जब वह कोरोना टीके की दूसरी डोज लगाने आए थे। बुखार या कोविड का कोई लक्षण नहीं होने के बावजूद एंटीजन जांच में ये पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद स्टेन जांच के लिए इनका सैंपल दिल्ली लैब भेजा गया। एक माह बाद स्टेन जांच रिपोर्ट आई, तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। हालांकि, ये दोनों मरीज घर पर ही हैं और पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।
बेतालघाट के चिकित्सा प्रभारी डॉ.सतीश पंत ने बताया कि, मरीज बीते माह 27 जुलाई को टीका लगवाने स्वास्थ्य केंद्र आए थे। जहां जांच में वह कोरेाना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उनके परिवार के सदस्यों की भी जांच की गई। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव रही।
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर पूरे गांव की कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है। चिकित्सा प्रभारी डॉ.सतीश पंत के अनुसार जिस गांव में डेल्टा वेरिएंट के मरीज मिले हैं, वहां चरणबद्ध तरीके से कोरोना जांच के लिए शिविर लगाया जाएगा। गांव के हर व्यक्ति का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा जाएगा।