नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर विराट कोहली के कार्यकाल का पूरी तरह से आज अंत हो गया है। दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट सीरीज हारने के बाद विराट कोहली ने शनिवार को अब टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ने का फैसला किया है। विराट कोहली ने यह जानकारी ट्विटर पर एक भावुक पोस्ट लिखकर दी है। इसके साथ ही कोहली अब तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी से बाहर हो गए हैं।
शुक्रवार को ही भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खत्म हुई। भारत ने यह सीरीज 2-1 से गंवा दी थी। दो मैचों में कप्तान विराट कोहली थे और एक मैच में कप्तानी केएल राहुल ने की थी।
कोहली ने जिस तरह से पिछले साल सितंबर में एक बयान जारी कर अचानक टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था, उसी तरह एक लंबा बयान अपने अकाउंट पर पोस्ट कर टेस्ट की कप्तानी से भी छुट्टी ली। अपने बयान में कोहली ने कहा, “पिछले 7 साल से कड़ी मेहनत, संघर्ष और हर दिन लगातार जूझते हुए टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए काम किया है। मैंने अपना काम एकदम ईमानदारी से किया और कुछ भी कमी नहीं छोड़ी। हर चीज के थमने का एक वक्त आता है और मेरे लिए भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में ये वक्त अभी है।”
— Virat Kohli (@imVkohli) January 15, 2022
आपको बता दें कि विराट कोहली ने भारतीय टेस्ट टीम के लिए अभी तक 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। इस दौरान भारतीय टीम ने 40 मैच जीते हैं, जबकि 17 मैचों में हार मिली है। विराट कोहली ने 2014 से भारतीय टेस्ट टीम की अगुवाई कर रहे हैं।
आज कोहली ने इसके साथ ही कहा कि, “इस सफर में कई उतार-चढ़ाव रहे, लेकिन कभी भी प्रयास या यकीन की कमी नहीं रही। मैंने हमेशा ही अपने हर काम में 120 फीसदी देने पर भरोसा रखा है और अगर मैं ये नहीं कर सकता, तो मैं जानता हूं कि ये सही नहीं है। मेरा दिल एकदम साफ है और मैं अपनी टीम के साथ बेईमानी नहीं कर सकता।”
कोहली ने कहा, “मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इतने लंबे वक्त तक मुझे अपने देश का नेतृत्व करने का अवसर दिया और सबसे ज्यादा धन्यवाद अपने साथियों को देना चाहता हूं, जिन्होंने पहले दिन से ही इस टीम के लिए मेरे नजरिए को अपनाया और किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानी। तुम लोगों ने इस यात्रा को बेहद यादगार और खूबसूरत बनाया।”
विराट ने कहा, “रवि भाई और सपोर्ट ग्रुप, जो इस गाड़ी के पीछे के इंजन थे और जिसने टेस्ट क्रिकेट में हमें ऊपर की ओर बढ़ाया, आप सबने मेरी जिंदगी में इस विजन को लाने में बेहद अहम भूमिका निभाई।”
अपने बयान के अंत में बोलते हुए कोहली ने कहा, “अंत में, सबसे बड़ा शुक्रिया एमएस धोनी को, जिन्होंने मुझ पर एक कप्तान के रूप में भरोसा किया और मुझमें वो काबिल शख्स देखा जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकता था।”
इससे पहले विराट कोहली ने 16 सितंबर को सोशल मीडिया के जरिए अपनी टी20 कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था। टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले विराट कोहली के इस फैसले से कई दिग्गज काफी हैरान रह गए थे, लेकिन कोहली ने मन बना लिया था और उन्होंने वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ दी थी, उनकी जगह रोहित शर्मा को नया कप्तान नियुक्त किया गया था।
टी20 कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली भारत की वनडे और टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले थे। लेकिन बीसीसीआई चाहता था कि सीमित ओवरों के लिए टीम में सिर्फ एक कप्तान रहे। इस वजह से दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले चयनकर्ताओँ ने बड़ा फैसला करते हुए विराट कोहली से वनडे कप्तानी छीन ली थी और रोहित को टीम का नया वनडे कप्तान चुना था। हालांकि विराट कोहली बीसीसीआई के रवैये से खुश नहीं थे और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीसीसीआई और अध्यक्ष सौरव गांगुली पर अपनी भड़ास निकाली थी। गांगुली ने कहा था कि उन्होंने पर्सनली विराट कोहली से टी20 कप्तानी न छोड़ने के लिए कहा था। हालांकि विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें बीसीसीआई की ओर से टी20 कप्तानी छोड़ने को लेकर कभी रोका नहीं गया और वनडे कप्तानी से हटाने को लेकर उन्हें टीम मीटिंग में पता चला।