1 मई के दिन विशेष और देश-दुनिया के इतिहास के पन्नो की नजरों में महत्व।
विशेष
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस / मजदूर दिवस / कामगार दिवस (Labour Day)
हर साल 1 मई को मजदूर दिवस (Labour Day) मनाया जाता है। यह दिवस उन लोगों के नाम समर्पित है जिन्होंने अपने खून पसीने से देश और दुनिया के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। किसी भी देश, समाज, संस्था और उद्योग में मजदूरों, कामगारों और मेहनतकशों का योगदान अतुलनीय है। मजदूरों और कामगारों की मेहनत और लगन की बदौलत ही आज दुनिया भर के देश हर क्षेत्र में विकास कर रहे हैं।
इतिहास के पन्नो में
- 01 मई 1840 को ब्रिटेन ने पहला आधिकारिक डाक टिकट जारी किया।
- 01 मई 1851 को रानी विक्टोरिया ने लंदन में महा प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
- 01 मई 1886 को अमेरिका में कामगारों के लिये काम के घंटे तय करने को लेकर हड़ताल हुई और 01 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस घोषित किया गया।
- 01 मई 1897 को स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
- 01 मई 1908 को प्रफुल्ल चाकी ने मुजफ्फरपुर बम कांड को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारी।
- 01 मई 1956 को जोनास सॉल्क द्वारा विकसित पोलियो वैक्सीन जनता के लिए उपलब्ध करायी गई।
- 01 मई 1960 को महाराष्ट्र और गुजरात अलग-अलग राज्य बने।
- 01 मई 1972 को देश की कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण किया गया।
- 01 मई 1977 को इस्तांबुल के तकसीम स्क्वायर में श्रम दिवस समारोह के दौरान 36 लोगों की मौत हुई।
- 01 मई 1999 को मिरया मोस्कोसो पनामा की प्रथम महिला राष्ट्रपति नियुक्त की गईं।
- 01 मई 2004 को मारेक बेल्का पोलैंड के नए प्रधानमंत्री बने।
- 01 मई 2009 को स्वीडन में समलैंगिक विवाह को मान्यता दी गई।
- 01 मई 2011 को अमेरिका पर सितंबर 2001 हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे जाने की पुष्टि की गई।
- 01 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई।