• Advertise With us
  • Contact Us
    • About us
Bharatjan Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar
  • होम
  • देश
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा एवं रोजगार
  • तकनीकी एवं गैजेट्स
  • धार्मिक
  • स्वास्थ्य एवं सुंदरता
  • मनोरंजन
  • मौसम
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • विशेष
  • CONTACT US
No Result
View All Result
  • होम
  • देश
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा एवं रोजगार
  • तकनीकी एवं गैजेट्स
  • धार्मिक
  • स्वास्थ्य एवं सुंदरता
  • मनोरंजन
  • मौसम
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • विशेष
  • CONTACT US
No Result
View All Result
Bharatjan Hindi News, हिंदी समाचार, Samachar, Breaking News, Latest Khabar
No Result
View All Result

बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिये बंद, गूंजे सेना के बैंड की भक्तिमय धुन और जय बदरीविशाल के जयघोष

BharatJan by BharatJan
20 November 2021

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021

• श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु आज 20 नवंबर को शायंकाल बंद हुए।

RelatedPosts

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रश्मि के माता-पिता से मुलाकात कर दी शुभकामनाएं, सामान्य परिवार की बेटी को जापान में मिली नौकरी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रश्मि के माता-पिता से मुलाकात कर दी शुभकामनाएं, सामान्य परिवार की बेटी को जापान में मिली नौकरी

31 May 2025
अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन, सीएम धामी भी रहे मौजूद

अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन, सीएम धामी भी रहे मौजूद

31 May 2025

• कपाट बंद होने के अवसर हेतु श्री बदरीनाथ धाम को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया।

• सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों और जय बदरीविशाल के जय घोष के साथ शीतकाल हेतु भगवान बदरीविशाल के कपाट बंद।

•  प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल ( अवकाश प्राप्त) गुरूमीत सिंह  एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारों धामों में तीर्थयात्रा के सफल संचालन पर प्रसन्नता जताई  देश- विदेश के तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी। कहा- कोरोनाकाल के बावजूद  सफल रही चारधाम यात्रा।

• पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के समापन पर बधाई दी, कहा- शीतकालीन यात्रा को बढावा देंगे।

• देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने पर सभी का आभार जताया।

• कल 21 नवंबर को  प्रात: 9.30 बजे आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल जी सहित श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी योग- ध्यान बदरी पांडुकेश्वर पहुंचेगे।

• 22 नवंबर को आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगी।
जबकि श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी शीतकाल में पांडुकेश्वर में विराजमान रहेंगे।

• 22 नवंबर को द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट  शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे तथा 25 नवंबर को श्री मद्महेश्वर मेला आयोजित होना है।

श्री बदरीनाथ धाम (चमोली ) / देहरादून: विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष शीतकाल हेतु आज  शनिवार 20 नवंबर  मार्गशीर्ष 5 गते प्रतिपदा को वृष लग्न- राशि में  शाम 6 बजकर 45 मिनट पर  विधि-विधान से बंद हो गये।  इस अवसर पर बद्रीविशाल पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा श्री बदरीनाथ मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया था। बदरीनाथ धाम  की सुदूर पहाड़ियों पर बर्फ जमी है जिससे बदरीनाथ धाम में भी तापमान कम है तथा मौसम सर्द बना हुआ है।

आज प्रात:  ब्रह्ममुहुर्त में श्री बदरीनाथ मंदिर  के द्वार खुल गये थे। भगवान बदरीविशाल जी की अभिषेक पूजा हुई। कुछ देर पूजा-अर्चना एवं दर्शन पश्चात  बाल भोग समर्पित किया गया, श्रद्धालुओं ने दर्शन किये दिन का भोग प्रसाद चढाया गया। विष्णुसहस्त्रनाम पूजाएं तथा शयन आरती संपन्न हुई। शाम  साढे चार बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। इसके पश्चात शाम साढे पांच बजे श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी, एवं गरूड़ जी के मंदिर गर्भ गृह से बाहर मंदिर   परिसर में  आते ही रावल जी द्वारा स्त्रैण भेष धारणकर मां लक्ष्मी को मंदिर  भगवान बदरीविशाल के समीप विराजमान किया‌। सीमांत पर्यटन ग्राम माणा के महिला मंडल द्वारा  भगवान बदरीविशाल को भेंट किया गया ऊन से बना घृत कंबल भगवान श्री बदरीविशाल को  ओढ़ाया गया। इसके बाद रावल जी द्वारा गर्भ गृह के कपाट बंद कर दिये गये।

इस अवसर  पर रावल जी सहित श्रद्धालुगण भी भावुक हो गये तथा रावल जी समारोह के साथ के  मंदिर के मुख्य द्वार से बाहर की तरफ प्रस्थान हुए शाम 6  बजकर 45 मिनट पर भगवान बदरीविशाल मंदिर का मुख्य द्वार शीतकाल हेतु बंद कर दिया गया। इस दौरान सेना के बैंड की भक्तिमय स्वर लहरियां बदरीनाध धाम में गुंजायमान होती रही।
गर्भ गृह में  रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जी द्वारा इस तरह कपाट बंद करने की प्रक्रिया पूरी की गयी। इस अवसर पर कपाट बंद होने का संपूर्ण कार्यक्रम उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. डी. सिंह की देखरेख में संपन्न हुआ। इस अवसर पर सेना के बैंड एवं मसकबीन की भक्तिमय धुनों से श्री बद्रीपुरी  गुंजायमान  हो रही थी सेना ने आगंतुक तीर्थयात्रियों हेतु भंडारे लगाये। ऋषिकेश/ मेरठ/ दिल्ली/ गोपेश्वर के दानीदाताओं ने भंडारे आयोजित किये। स्थानीय माणा, बामणी,पांडुकेश्वर की महिला भजन मंडलियों ने भगवान बदरीविशाल के भजन, झूमेलो कार्यक्रम प्रस्तुत किये।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार 16 नवंबर से  पंच पूजाएं शुरू हुई थी। पंच पूजाओं में 16 नवंबर को गणेश जी की पूजा  एवं कपाट बंद हुए 17 नंवंबर को आदिकेदारेश्वर जी कपाट बंद हुए तथा 18 नवंबर को खडग पुस्तक पूजन, वेद ऋचाओं का वाचन बंद किया गया, 19 नवंबर चौथे दिन मां लक्ष्मी जी का आव्हान,पांचवे दिन  आज 20 नवंबर को  कपाट बंद हो गये।इस अवसर पर चार  हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के गवाह बने।

कपाट बंद होने के बाद देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का बदरीनाथ कार्यालय अब शीतकाल हेतु जोशीमठ से संचालित होगा। भगवान बदरीविशाल के खजाने के साथ श्री गरूड़ भगवान की विग्रह प्रतिमा  श्री बदरीनाथ धाम से नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगी।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ भविष्य बदरी मंदिर सुभाई तपोवन (जोशीमठ) तथा मातामूर्ति  मंदिर माणा सहित श्री घ़टाकर्ण मंदिर माणा के कपाट तथा  बदरीनाथ धाम में अधीनस्थ मंदिरों के कपाट  शीतकाल हेतु बंद हो गये हैं।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि श्री घंटाकर्ण  महाराज जी, भगवान बदरीविशाल के प्रधान क्षेत्रपाल कहलाते है शीतकाल हेतु 16 नवंबर को भगवान घंटाकर्ण जी की मूर्ति को मूल मंदिर से पश्वाओं द्वारा अज्ञात स्थान पर शीतकाल हेतु विराजमान कर  दिया गया। ओर  माणा गांव स्थित श्री घंटाकर्ण मंदिर के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये। इस अवसर पर माणा ग्राम में पारंपरिक उत्सव भी आयोजित हुआ जिसमें बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल हुए। आज श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद  कल  प्रात: 21 नवंबर श्री उद्वव जी एवं कुबेर जी रावल जी सहित आदिगुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी के साथ रात्रि प्रवास हेतु योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचेगी।

श्री कुबेर जी अपने पांडुकेश्वर स्थित मंदिर में तथा उद्धव जी श्री योग -बदरी पांडुकेश्वर में विराजमान में हो जायेंगे जबकि 22 नवंबर को रावल जी एवं आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में विराजमान होंगे। इसके साथ ही योग बदरी पांडुकेश्वर एवं श्री नृसिंह मंदिर जोशी मठ में शीतकालीन पूजाएं भी शुरू होंगी।

प्रदेश के  राज्यपाल लेप्टिनेंट जनरल ( सेवानिवृत्त) गुरूमीत सिंह  तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के सफल समापन पर देश- विदेश के श्रृद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है  प्रसन्नता जताई कहा कि चारधाम यात्रा कोरोनाकाल के बावजूद सफल रही। पूर्व‌मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कपाट बंद होने के अवसर पर तीर्थयात्रियों को बधाई दी।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा श्री बदरीनाथ धाम के  कपाट  बंद होने के बाद अब शीतकालीन पर्यटन को प्रोत्साहित किया जायेगा। देवस्थानम उच्चस्तरीय समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य सभा सांसद मनोहर कांत ध्यानी, विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य शिवप्रसाद ममगाई सहित विधायक बदरीनाथ /देवस्थानम बोर्ड के सदस्य महेंद्र भट्ट, देवस्थानम बोर्ड सदस्य आशुतोष डिमरी एवं  श्रीनिवास पोस्ती, गोविंद सिंह पंवार सहित सभी सदस्यगणों ने कपाट बंद होने के अवसर पर बधाई दी है।

मुख्य सचिव डा. एस एस. संधू ने कहा की चारधाम यात्रा कई चुनौतियों के बावजूद  सामूहिक प्रयासों से  पटरी पर आयी। धर्मस्व सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने कहा कि चारधाम यात्रा में देश विदेश के तीर्थयात्री पहुंचे।

आयुक्त गढ़वाल/ मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड श्री रविनाथ रमन ने कहा कि चारों धामों के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये है। चारधाम यात्रा का सफल समापन हो रहा है। चारधाम में रिकार्ड पांच लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे है।

कपाट बंद होने के अवसर पर रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, वरिष्ठ पत्रकार देवस्थानम बोर्ड के सदस्य आशुतोष डिमरी, अपर आयुक्त गढ़वाल नरेन्द्र क्विरियाल, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. डी. सिंह सहित धर्माधिकारी  भुवन चंद्र उनियाल एवं आचार्य गण,उप जिलाधिकारी जोशीमठ कुम कुम जोशी, उपजिलाधिकारी अजयबीर सिंह पीतांबर मोल्फा, डा. हरीश गौड़, सहित सेना, पुलिस आईटीबीपी, देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी कर्मचारीगण, तीर्थ पुरोहित एवं हजारों की संख्या में तीर्थयात्री मौजूद रहे। इस वर्ष कुल 1,97,056 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बदरीनाथ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी है  कि पंच केदारों में से विख्यात द्वितीय केदार भगवान  श्री मद्महेश्वर जी के कपाट शीतकाल हेतु  सोमवार 22 नवंबर को प्रात: साढे आठ बजे  वृश्चिक लग्न में बंद हो जायेंगे। कपाट बंद होने के पश्चात भगवान मद्महेश्वर जी की चलविग्रह डोली 22 नवंबर को गौंडार, 23 नवंबर को रांसी, 24 नवंबर को गिरिया प्रवास करेगी।

25 नवंबर को चल विग्रह डोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचने 5 नवंबर को मद्महेश्वर मेला आयोजित किया जायेगा। कपाट बंद होने न के कार्यक्रम में सामाजिक दूरी सहित कोरोना बचाव मानकों का पालन किया गया है।

बताया कि इस यात्रा वर्ष  5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे। प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित देश-विदेश से महत्त्वपूर्ण हस्तियां चारधाम दर्शन को पहुंची।

Previous Post

शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति बनीं सैन्य अफसर, पूरी की शहीद पति की अंतिम इच्छा, देखिए क्या बोलीं वीरांगना..

Next Post

उत्तराखंड: कोरोना ओमीक्रोन को लेकर नए प्रतिबंध लागू, कल से लागू होगी गाइडलाइन; स्कूलों, यात्रियों से लेकर बाजारों के लिए दिशानिर्देश..

BharatJan

BharatJan

Next Post

उत्तराखंड: कोरोना ओमीक्रोन को लेकर नए प्रतिबंध लागू, कल से लागू होगी गाइडलाइन; स्कूलों, यात्रियों से लेकर बाजारों के लिए दिशानिर्देश..

https://bharatjan.com/wp-content/uploads/2025/04/mdda-ad-video-.mp4
https://bharatjan.com/wp-content/uploads/2025/03/Video-National-Games-2025.mp4
No Result
View All Result

Recent Posts

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रश्मि के माता-पिता से मुलाकात कर दी शुभकामनाएं, सामान्य परिवार की बेटी को जापान में मिली नौकरी
  • अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन, सीएम धामी भी रहे मौजूद
  • आपदा मित्र योजना की तर्ज पर प्रारंभ होगी आपदा सखी योजना : मुख्यमंत्री
  • वात्सल्य योजना के तहत 3 करोड़ 23 लाख खातों में ट्रांसफर, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने डीबीटी किया 2 महीने का पैसा
  • उत्तराखंड की आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल ने दिया इस्तीफा

Browse by Category

  • अंतर्राष्ट्रीय
  • अपराध
  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखण्ड
  • खेल
  • तकनीकी एवं गैजेट्स
  • देश
  • धार्मिक
  • मनोरंजन
  • मौसम
  • राजनीति
  • विशेष
  • शिक्षा एवं रोजगार
  • स्वास्थ्य एवं सुंदरता
  • Disclaimer
  • Privacy
  • Advertisement
  • Contact us

© 2023 Bharatjan News

No Result
View All Result
  • होम
  • देश
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा एवं रोजगार
  • तकनीकी एवं गैजेट्स
  • धार्मिक
  • स्वास्थ्य एवं सुंदरता
  • मनोरंजन
  • मौसम
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • विशेष
  • CONTACT US

© 2023 Bharatjan News