देहरादून : दून अस्पताल में विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सिकल सेल एनीमिया के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना और इससे संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी प्रदान करना था। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डॉ आर.के. सिंह, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा सिकल सेल एनीमिया के लक्षण, कारण और इसके निदान पर विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि सिकल सेल एनीमिया एक अनुवांशिक विकार है, जिसमें रक्त कोशिकाओं का आकार बदल जाता है और इससे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
डॉ आर.के. सिंह ने अवगत कराया कि सिकल सेल से ग्रसित लोग चिकित्सकों से परामर्श करें, अधिक से अधिक पानी का सेवन करें, डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित दवाईयां लें, संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें, चरम मौसम की स्थिति से बचें और एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें। डॉ. सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इस रोग से पीड़ित हर व्यक्ति को सही समय पर उचित उपचार और देखभाल मिले। सरकार इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है।”
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में सिकल सेल एनीमिया की जांच के लिए नि:शुल्क रक्त परीक्षण की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने सिकल सेल रोग के उन्मूलन हेतु स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की प्रशंसा कर उम्मीद जताई कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूकता और बढ़ेगी। कार्यक्रम में विभिन्न विशेषज्ञों ने सिकल सेल एनीमिया के प्रबंधन, नवीनतम उपचार विधियों और रोगियों की देखभाल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और कार्यक्रम की सराहना की। इस अवसर पर डॉ. अजय नगरकर प्रभारी अधिकारी एन.एच.एम., दून मेडिकल कॉलेज के फिजिशियन, पीडियाट्रिशियन, पैथोलॉजिस्ट, नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल छात्र आदि उपस्थित रहे।