देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में बुधवार को 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया गया। विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों ने अंतर्राष्ट्रीय योग प्रोटोकाॅल का अभ्यास किया। योग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न योगासनों के अभ्यास के साथ ही सभी को योग के विभिन्न लाभों से भी अवगत कराया गया।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने छात्रों को प्रेषित शुभकामना संदेश में कहा कि योग सदियों से भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। इसको आरोग्य का प्रभावी साधन माना गया है। भारत की पहल पर आज योग को विश्व भर में महत्व दिया जा रहा है। प्राचीन काल से ही योग संपूर्ण उपचार की एक प्राचीन परंपरा है जो अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए हम सभी को योग को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए।
योग दिवस 2023 की थीम ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग‘‘ है। इस थीम से तात्पर्य धरती पर सभी लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता से है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यशवीर दीवान ने कहा कि विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति में योग से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। आज बहुत से लोग कई बीमारियों से परेशान हैं, उनके लिए योग बहुत ही फायदेमंद है। योग लोगों को एक स्वस्थ जीवनशैली, अच्छी आदतों को अपनाने तथा शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली आदतों को छोड़ने में मदद करता है। इसलिए हमें योग को हमारे जीवन का एक जरूरी अंग बनाना चाहिए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. अजय कुमार खंडूड़ी ने छात्रों को योग के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन होता है। योग के माध्यम से व्यक्ति अपने आपको स्वस्थ रख सकता है। योग से व्यक्ति कई प्रकार के शारीरिक बीमारियों से उभर सकता है। वर्तमान में बढ़ती बीमारियों से निपटने के लिए योग बहुत जरुरी है। आज डाईबिटीज जैसी कई बीमारियों के नियंत्रण में योग प्रभावी सिद्ध हुआ है। वर्तमान में योग के प्रति लोगों की रुचि बढ़ी है व योग अब अंतराष्ट्रीय स्तर पर विकसित हो चुका है।
इस अवसर पर स्कूल आॅफ यौगिक साइंस एंड नेचुरोपैथी की डीन एवं योग विभाग की प्रोफेसर डॉ. सरस्वती काला ने कहा कि योग के अभ्यास से दिमाग और शरीर स्वस्थ रहता है। योग शरीर में आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। उनका कहना था कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस , योग अभ्यास के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को एक स्वस्थ जीवन शैली जीने के लिए प्रेरित करने का प्रयास करता है। उन्होंने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग को अपनाने पर जोर दिया।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता डीन व योग विभाग के प्रोफेसर कंचन जोशी के नेतृत्व में छात्रों और शिक्षकों ने योगाभ्यास किया। उन्होंने योगासनों से होने वाले विभिन्न लाभों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि योग का अभ्यास शरीर को रोगमुक्त रखता है। योग हमारे शरीर और मस्तिष्क की ऊर्जाओं को उचित दिशा देने वाला अभ्यास है। योगाभ्यास में योग विभाग के छात्रों के साथ ही एनसीसी कैडेटस ने भी सक्रिय प्रतिभाग किया। वहीं डाॅ. सविता पाटिल ने छात्रों को विभिन्न योगासनों के बारे में जानकारी प्रदान की।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में योग विज्ञान विभाग के शिक्षकों द्वारा विभिन्न योग शिविरों का भी आयोजन किया गया। इनमें डाॅ. अनिल थपलियाल द्वारा उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून, डाॅ. विजेंद्र सिंह द्वारा श्री गुरू राम राय पब्लिक स्कूल बालावाला, देहरादून तथा डाॅ. सुरेन्द्र प्रसाद रयाल द्वारा गढ़वाल मंडल विकास निगम ऋषिकेश में योगाभ्यास करवाया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ. आरपी सिंह, मुख्य प्रोक्टर मनोज तिवारी, आईक्यूएसी निदेशक डाॅ. सुमन बिज, प्रो. कुमुद सकलानी, प्रो. अरुण कुमार, डीन रिसर्च लोकेश गंभीर, डाॅ. गीता रावत, डाॅ. प्रियंका बनकोटी के साथ ही संबंधित सभी स्कूलों के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण और सैकड़ों छात्र मौजूद रहे।