देहरादून: वीरभूमि उत्तराखंड के लिए साल का आखिरी दिन भी बुरी खबर लेकर आया है। देवभूमि के हवलदार प्रदीप थापा देश के लिए शहीद हो गए हैं। शुक्रवार सुबह को ड्यूटी के दौरान वह शहीद हो गए हैं। इसकी सूचना उनके परिवार को देर शाम को मिली। बेटे की शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। वह अपने पीछे पत्नी के साथ दो बेटियां व एक बेटा छोड़ गए। बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले ही वह छुट्टी पर घर आए हुए थे।
जानकारी के अनुसार, नागालैंड में अपना फर्ज निभाते हुए गोरखा राइफल में तैनात हवलदार प्रदीप थापा शहीद हो गए हैं। शहीद प्रदीप थापा का परिवार देहरादून के अनारवाला में रहता है। शहादत की खबर के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। 1/3 गोरखा राइफल्स के हवलदार प्रदीप थापा की शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। आसपास के लोग शोक संतृप्त परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। हवलदार प्रदीप का पार्थिव शरीर रविवार तक उनके पैतृक आवास पहुंच सकता है।
39 वर्षीय हवलदार प्रदीप थापा 19 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। वह अपने पीछे पत्नी सुजाता थापा के साथ दो बेटियां व एक बेटा छोड़ गए। उनकी बड़ी बेटी 12 साल की है, जबकि दूसरी बेटी दस साल की। बेटा एक साल का है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शहीद को ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा है कि “गोरखा राइफल के हवलदार प्रदीप थापा जी की शहादत को मेरा सलाम। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शहीद के परिजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति!”