अल्मोड़ा: उत्तराखंड में शादी से ठीक पहले फ़िल्मी स्टाइल में भागी दुल्हन ने अपने प्रेमी के साथ विवाह कर लिया। प्रेमी से शादी करने से पहले युवती की शादी उसके मंगेतर से होने को लेकर घरवाले और रिश्तेदार शादी के कार्यक्रम में व्यस्त थे। दुल्हन ने सहेलियों और रिश्तेदारों के साथ महिला संगीत में जमकर ठुमके भी लगाए। इसी दौरान दुल्हन अचानक अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई और मन्दिर में प्रेमी से शादी कर ली। वहीं जब घर वालों को बेटी के फरार होने की सूचना मिली तो उनके होश फाख्ता हो गए। दोनों की शादी क्षेत्र मे चर्चा का विषय बनी रही।
जानकारी के अनुसार, बीते शनिवार 16 अप्रैल को बागेवश्वर जिले में स्थित सात गांव में शादी की तैयारी चल रही थी। रविवार को बारात आनी थी। लेकिन दुल्हन महिला संगीत के बाद देर रात को अचानक अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। ये खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। इज्जत बचाने के लिए घर वालों ने दुल्हन की छोटी बहन की शादी करनी शुरू कर दी। नाबालिग की सूचना पुलिस को मिली तो वन स्टाप सेंटर व पुलिस ने हस्तक्षेप कर शादी रुकवा दी और बालिग होने पर ही शादी कराने का लिखितनामा ले लिया।
वहीं, मंगलवार को भागी दुल्हन ने बागेश्वर जिले के डोबा गांव निवासी अपने प्रेमी बलवंत सिंह टंगड़िया के साथ हिंदू रीति-रिवाज में सोमेश्वर के खड़केश्वर शिव मंदिर में शादी कर ली। दोनों विवाह के बाद अपने गांव डोबा लौट गए। इस दौरान लड़के के पक्ष वाले मौजूद रहे, लेकिन दुल्हन की तरफ से कोई नहीं था । इस चर्चित वैवाहिक कार्यक्रम को आचार्य हरीश चंद्र लोहनी ने संपन्न किया, जबकि दया देवी और ध्यान सिंह ने कन्यादान की रस्म अदायगी की। दूल्हा पक्ष की ओर से हरीश सिंह टंगड़िया, मनोज टंगड़िया, मोहन सिंह रावत तथा भूलगांव के ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत मौजूद रहे।
शादी के बाद दूल्हा बलवंत सिंह ने कहा कि, वह पिछले 6 वर्षों से एक दूसरे से प्यार करते हैं। प्रेमिका के घर वाले विवाह के लिए सहमत नहीं हो रहे थे। वहीं, दुल्हन ने कहा कि वह बलवंत से प्यार करती है और उसी से विवाह करना चाहती थी। घरवाले कहीं और शादी करा रहे थे इसलिए वह घर से भाग गई। दोनों ने बताया कि अब विवाह करने के बाद वह खुश हैं।