देहरादून: भारतीय इतिहास के स्वर्णिम दिन ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 79वें वर्षगांठ पर आज 9 अगस्त को सुबह 10 बजे से डायट डीएलएड संघ के बैनर तले पूरे संख्याबल के साथ ‘डायट डीएलएड को नियुक्ति दो’ नारे के साथ औपचारिक धरने की शुरुआत की गई। प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 पूर्ण करने को लेकर डायट डीएलएड संघ ने विरोध प्रदर्शन की सीधी शुरुआत की।
प्रदेश सचिव हिमाशु जोशी ने कहा कि, कोविड की तीसरी लहर के आने की संभावना लगातार तेज हो रही है और सरकार से हमें पिछले 2 वर्षों से सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि, धरातल पर स्थिति जस की तस बनी हुई है, इसलिए धरना प्रदर्शन भी उग्र होगा।
मीडिया प्रभारी प्रकाश दानू ने बताया कि, एक तरफ सरकार 24,000 भर्ती जारी करने की बात कर रही है, जिसमें 3,000 शिक्षकों के पद प्राथमिक शिक्षक के है और वो असंवेदनशीलता व विभागीय लापरवाही के कारण अभी भी कोर्ट मे लंबित है। वहीं डायट डीएलएड प्रशिक्षित पिछले 2019 में प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद भी प्रशिक्षित बेरोजगारी का दंश झेल रही है।
प्रशिक्षित मन्नू सरोज ने बताया कि, एक तरफ जहां रोजगार के झूठे आंकड़े बताकर अपनी नाकामयाबी छिपाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है, उसी समय भावी शिक्षक अपनी नियुक्ति को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
इससे पहले डीएलएड संघ के सचिव हिमांशु जोशी व संघ के अन्य पदाधिकारियों द्वारा 6 अगस्त को की गई प्रेस वार्ता में संघ सचिव द्वारा कहा गया था कि, सरकार को दिया गया समय पूरा हो चुका है और लगातार मंत्रियों से मिलने के बाद भी शिक्षक भर्ती पूरी नहीं हो सकी। ऐसे में चुनाव की तैयारियों में व्यस्त सरकार को उनके अटके कार्यों की याद दिलाने हेतु प्रदर्शन आवश्यक है और अब समय आ गया है कि, सभी प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन एक साथ मंच पर आकर सरकार पर सीधी चोट करेंगे। उन्होंने कहा कि, अगर सरकार जल्द से जल्द कोर्ट केसों का निस्तारण कर भर्ती प्रकिया को पूरी नही करती तो डायट प्रशिक्षित दिन-रात का धरना, क्रमिक भूख हड़ताल, रैलियों आदि विभिन कार्यक्रमों के साथ धरने को तेज किया जाएगा। इस मौके पर सभी 13 जिलों के प्रशिक्षित मौजूद रहे।