हरिद्वार: उत्तराखंड में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर शिक्षक बनने वालों के खिलाफ एक्शन जारी है। हरिद्वार जिले के रुड़की में एसआईटी की जांच में शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने के मामले में विभाग ने दो शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
खानपुर उप शिक्षाधिकारी ने इस सम्बन्ध में पुलिस को तहरीर दी थी। जिसमे बताया था कि ऋषिपाल पुत्र लेखराज उर्फ रनविजय पोस्ट माधुवा माफी मिल्क, जिला अमरोहा (उत्तर प्रदेश) खानपुर क्षेत्र के दल्लावाला गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में तैनात था। उसके प्रमाणपत्र एसआईटी की जांच में फर्जी पाए गए थे। वहीं, लोकेश कुमार पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी फादराबाद खुर्द, थाना स्योहारा, जिला बिजनौर (उत्तरप्रदेश) गिद्धावाली गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में तैनात था। उसके प्रमाणपत्र भी एसआईटी जांच में फर्जी पाए गए थे।
ये दोनों शिक्षक पिछले वर्ष से ही बर्खास्त चल रहे हैं। दोनों बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि, फर्जी शिक्षकों मामलों के मामलों में एसआईटी प्रदेशभर के शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच कर रही है। एसआईटी ने कई शिक्षकों को फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी करते पाया था। इसके बाद शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों के खिलाफ निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई भी कर चुका है और कई पर मुकदमे भी हुए। हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश के करीब 34,000 शिक्षकों को 20 अक्तूबर तक अपने प्रमाण पत्र स्व सत्यापित कर जमा कराने थे।
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