देहरादून: मंडुआ (कोदा), चौलाई, झंगोरा समेत अन्य पहाड़ी अनाज खाने में स्वादिष्ट पोष्टिकता से भरपूर निरोगी अनाज हैं। आपने पहाड़ी अनाज मंडुवे की रोटी तो जरूर खाई होगी, लेकिन जल्द ही आप मंडुवे की बर्फी, लड्डू आदि का लुत्फ भी ले सकेंगे। मंडुवे की पौष्टिकता को देखते हुए कुछ वर्षों से रोटी के अलावा बिस्कुट और माल्ट के रूप में भी इसका उपयोग हो रहा है। अब इससे भी आगे मंडुवा बर्फी के रूप में भी बिकने को तैयार है। केवल मंडुवा ही नहीं बल्कि अन्य पहाड़ी अनाजों से शानदार मिठाइयों का लुफ्त आप उठा पाएंगे। ये सराहनीय पहल “हिमालय देवभूमि संसाधन (हिदेस)” ने की है।
पहाड़ी अनाजों से बनी मिठाइयाँ जहां त्यौहारों में मिठास घोलेगी, तो वहीं सेहत के लिए वरदान साबित होगी। ऐसे में कई मिलावटी मिठाइयां अब त्यौहारों पर आपकी सेहत से खिलवाड़ नहीं कर सकेंगी। ‘हिमालय देवभूमि संसाधन’ की पहल से केवल स्वाद और सेहत ही नहीं बल्कि कई लोगों को रोजगार और किसानों को अनाजों के अच्छे दाम भी मिल रहे हैं। दीपावली में आपको इन खास मिठाइयों से कई जगह बाजार मिलेंगे। अब तक इन मिठाईयों के लिए कई सौ किलो का आर्डर भी मिल चुका है।
“हिमालय देवभूमि संसाधन (हिदेस)” के संयोजक वचन सिंह रावत का कहना है कि, हमारा ध्येय पारंपरिक अनाजों को बढ़ावा देकर किसानों की आर्थिकी सुधारना है। इसीलिए पहाड़ी अनाजों से कई उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। अभी शुरुआत में मंडूवे और चौलाई की मिठाइयाँ बनाई गई हैं। साथ ही इस कार्य से करीब दो दर्जन महिलाओं को भी रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि, इस मिशन को वह प्रदेश भर में ले जायेंगे। साथ ही महिलाओं को प्रशिक्षित करेंगे और किसानों को इससे जोड़ने की योजना है।
वहीं “हिमालय देवभूमि संसाधन (हिदेस)” के संयोजक गोविन्द सिंह मेहर का कहना है कि, उनका लक्ष्य बंजर जमीन को आबाद करने का है, वह पहाड़ों में किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने कहा कि, वह किसानों से सीधे सम्पर्क साधकर उनसे अनाज खरीदने की योजना पर कार्य कर रहे हैं, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो और इसका पूरा लाभ किसान को मिले। गोविन्द सिंह मेहर ने कहा कि, उनकी योजना मिठाई के साथ बिस्किट, नमकीन समेत अन्य उत्पाद बनाने की भी है। उनका उद्देश्य है कि पहाड़ी अनाजों से बने ये उत्पाद पूरे देश में लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मुहीम में लोग लगातार उनसे जुड़ रहे हैं। साथ ही वह कम से कम एक लाख लोगों को रोजगार देने की योजना पर कार्य कर रहे हैं।
यदि आप भी इन पहाड़ी उत्पादों से बनी मिठाइयों का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो इसके लिए लेन 3, अपर गढ़वाली कॉलोनी, नियर किसान भवन रिंग रोड देहरादून से सम्पर्क कर सकते हैं। इसके आलावा जोगीवाला समेत कई अन्य जागहों पर भी इसके स्टाल लगाये जायेंगे।