देहरादून: कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से देशभर में स्कूल बंद रहे। अब जबकि कोरोना के मामलों में कमी आ रही है तो कई राज्यों में धीरे-धीरे स्कूल खुल रहे हैं। सभी राज्यों के स्कूलों में कोरोना के नियमों पर जोर दिया जा रहा है। मुंह पर मास्क, सामाजिक दूरी और सेनिटाइजर के साथ बच्चे सुबह स्कूल जाते दिख रहे हैं। कोविड के कारण करीब दो साल तक बच्चों को घर पर रहना पड़ा और इस दौरान उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हुई।
वहीं उत्तराखंड में भी प्रदेश सरकार ने कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए हैं। साथ ही कॉलेज भी एडमिशन के लिए खुल चुके हैं। ऐसे में छोटे बच्चों यानि 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को खोले जाने पर सबकी निगाहें हैं। हालांकि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में 1 सितंबर से प्राइमरी स्कूल भी खुल चुके हैं। लेकिन अभी भी कुछ राज्य ऐसे हैं जो ‘वेट एंड वॉच’ की स्तिथि में हैं।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि, स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान तो हुआ है, लेकिन बच्चों के जीवन को लेकर कोई रिस्क नहीं लिया जा सकता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि फिलहाल छोटे बच्चों के स्कूल खोले जाने को लेकर कोई विचार नहीं है। सरकार स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन की प्रतीक्षा कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के बाद ही छोटे बच्चों की कक्षाएं सुचारू करने पर विचार किया जाएगा।