देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) से स्नातक स्तरीय परीक्षा (graduate level exam) में चयनित कुछ अभ्यर्थियों ने भेंट की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, जिन अभ्यर्थियों ने पूरी ईमानदारी और अपनी मेहनत से परीक्षा (UKSSSC Exam) पास की है, उन्हें निराश नहीं होने दिया जाएगा।
सीएम धामी ने कहा कि, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की भर्तियों में जहां भी गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हो रही है, वहां हमने सख्त जांच के आदेश दिये हैं। कुछ मामले एसटीएफ (STF Uttarakhand) को दिये गये हैं एवं कुछ पर विजिलेंस (Vigilance) को नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि भर्ती घोटालों (UKSSSC Paper Leak) में किसी भी दोषी को नही बख्शा जायेगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता रवीन्द्र जुगरान भी मौजूद थे।
बता दें कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले (UKSSSC Paper Leak Case) में अब तक 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही सैकड़ों नकल करने वाले छात्रों को एसटीएफ ने चिन्हित किया है। इसको देखते हुए बेरोजगार युवा इस भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दोबारा से करने की मांग कर रहे हैं, साथ ही सरकारी कर्मचारियों, नेताओं और दूसरे राज्यों के नकल माफिया के संलिप्त होने के चलते सीबीआई (CBI) जांच की मांग कर रहे हैं।
वहीं कई चयनित अभ्यर्थी (UKSSSC Selected Candidates) उन्हें नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं। इस मांग को लेकर बीते कल देहरादून में बड़ी संख्या में चयनित अभ्यर्थियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस दौरान राज्य के सभी 13 जिलों के चयनित अभ्यर्थी देहरादून पहुंचे। आंदोलन में देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, देवप्रयाग, पौड़ी, उधमसिंह नगर, नैनीताल, चम्पावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले के चयनित अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। आंदोलनरत चयनित अभ्यर्थी की एक ही मांग है कि सरकार परीक्षा रद्द न करे बल्कि, सभी चयनित अभ्यर्थियों से शपथ पत्र लेकर उन्हें नियुक्ति दे। साथ ही जांच जारी रहे, इसमें जो भी दोषी पाया जाता है उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, वह अपनी मेहनत और ईमानदारी से चयनित हुई है उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।