चम्पावत: उत्तराखंड में चम्पावत जिले के लोहाघाट बंदीगृह में एक कैदी ने हुड की डोरी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली है। यह व्यक्ति 16 वर्षीय किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में लोहाघाट के न्यायिक बंदीगृह में कैद था। बंदीगृह में विचाराधीन कैदी की आत्महत्या का मामला सामने आने से खलबली का माहौल है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, इसी माह बनबसा निवासी एक किशोरी संदिग्ध हालात में घर से गायब हो गई थी। जांच में सामने आया था कि उत्तर प्रदेश के खेड़ा कसनी जिला बदायूं निवासी जितेंद्र (22) पुत्र खुशीराम लंबे समय से बनबसा क्षेत्र में रह रहा था। पुलिस ने सर्विलांस से मिली लोकेशन के आधार पर बीते 9 जनवरी को किशोरी को जितेंद्र के पास से गिरफ्तार किया था। उसके बाद बनबसा थाना पुलिस ने अपहरण, दुराचार और पॉक्सो के आरोप में मुकदमा दर्ज करते हुए जितेंद्र को गिरफ्तार कोर्ट के आदेश पर लोहाघाट न्यायिक बंदीगृह भेज दिया था। करीब 14 दिन से जितेंद्र लोहाघाट बंदीगृह में बंद था।
जितेंद्र मंगलवार शाम करीब चार बजे बन्दीगृह के शौचालय गया था। काफी देर बाद दूसरा कैदी शौचालय जाने लगा तो दरवाजा खटखटाने के बाद भी जितेंद्र बाहर नहीं आया। उसके बलपूर्वक दरवाजा खोला गया तो जितेंद्र का छत के ऊपर बल्लियों से लटका शव देख मौके पर मौजूद लोगों के होश फाख्ता हो गए।