देहरादून: लॉक डाउन के दौरान प्राइवेट स्कूलों को फीस और पाठ्यक्रम को लेकर शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने सख्त हिदायत दी है। उन्होंने स्कूलों से फीस में कटौती करने का निर्देश दिया है। साथ ही NCERT पाठ्यक्रम को लागू करने का निर्देश दिया है। इसके उल्लंघन पर उन्होंने स्कूल की मान्यता समाप्त करने की कार्यवाही समेत जिम्मेदार अधिकारियों पर भी दंडात्मक कार्यवाही की बात कही।
शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने आज मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम व सभी जिलाधिकारियो, मुख्य शिक्षा अधिकारियो से वीडियो कान्फ्रेन्स कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। शिक्षा मंत्री ने कहा, इस समय हम कोविड-19 से संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में सरकार की मंशा आम आदमी को राहत देने की है। कहा कि, कुछ प्राईवेट स्कूल अभिभावकों से अवैध फीस लेने का दबाव बना रहे हैं। जिन पर कड़ी कार्यवाही होगी। कोई भी प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा फिलहाल कोई अतिरिक्त शुल्क नही लेगा।
ऐसे में अब प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अब स्कूल बंद रहने के दौरान बस का शुल्क, कम्प्यूटर शुल्क, लाइब्रेरी, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज शुल्क के साथ कई और प्रकार के शुल्क जो अभिभावकों से लिये जाते है वह नही देने पड़ेंगे। उन्होने कहा इसका उल्लंघन करने पर ऐसे विद्यालयो पर कार्यवाही करते हुये उनकी मान्यता भी रद्द की जाय। इस भ्रष्टाचार को रोकने में जो खण्ड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी व मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्य नही कर पा रहे है उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि, सभी स्कूलों में केवल एनसीआरटी की किताबे ही मान्य होगी। एनसीआरटी के अलावा कोई पाठ्यक्रम की किताबे मान्य नही होगा। कई स्कूलों को लेकर शिकायतें प्राप्त हो रही है कि वह NCERT की पुस्तकों की जगह प्राइवेट लेखकों की पुस्तकें चला रहे हैं। उन पर भी सख्त कार्यवाही होगी।