काशीपुर: उत्तराखंड में उधम सिंह नगर के काशीपुर में वाहन की चपेट में आकर एक महिला सिपाही की दर्दनाक मौत हो गई। मृतिका के शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद उनको विभागीय अंतिम विदाई दी गई। पुलिसकर्मियों ने उनके शव पर पुष्प चक्र और पुष्प अर्पित कर अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई दी। उनकी शादी करीब 10 साल पहले हुई थी। उनकी एक 8 साल की बेटी भी है।
महिला सिपाही नीलम रत्नाकर (उम्र 35 साल) काशीपुर कोतवाली में पिछले करीब नौ माह से पैरोकार के पद पर तैनात थीं। बीती देर शाम वह रुद्रपुर जिला कोर्ट से वापस अपने घर काशीपुर कोतवाली आ रही थीं। इसी बीच एनएच 74 पर आलू फार्म के पास किसी वाहन से उतरकर सड़क क्रॉस करते समय वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया।
इस हादसे की सूचना पर आईटीआई पुलिस मौके पर पहुंची। आनन-फानन में उन्हें काशीपुर के एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आज मृतका नीलम के शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद उनके शव को विभागीय अंतिम विदाई देने के लिए काशीपुर कोतवाली लाया गया। इस दौरान सभी पुलिसकर्मियों ने मृतका नीलम के शव पर पुष्प चक्र और पुष्प अर्पित कर अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई दी। अचानक घटित घटना से पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। यहां से उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए ससुराल मुरादाबाद में दिल्ली रोड स्थित मानसरोवर कॉलोनी के ले जाया गया।
मृतका नीलम रत्नाकर साल 2006 बैच की कॉन्स्टेबल थी। मृतका नीलम रत्नाकर मूल रूप से जनपद अल्मोड़ा के विवेकानंदपुरी की रहने वाली थी। उनकी शादी मुरादाबाद में दिल्ली रोड स्थित मानसरोवर कॉलोनी के रहने वाले अधिवक्ता विश्वदीप सिंह के साथ हुई थी। उनकी एक 8 वर्षीय पुत्री विदिशा सिंह भी है, वह वर्तमान में कोतवाली परिसर में बने क्वार्टर में रह रहीं थीं।
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