देहरादून: कोरोना महामारी का असर छात्र-छात्राओं की पढाई पर भी पड़ा है। नया सत्र शुरू होने के बावजूद प्रदेश में अभी तक स्कूल नहीं खुल पाए हैं। ऐसे में तमाम छात्र-छात्राएं ऑनलाइन घरों में ही पढ़ने को मजबूर हैं। लेकिन ऑनलाइन पढाई से निर्धारित पाठ्यक्रम को पूरा करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में 30 फीसद की कटौती की है। अब चालू शैक्षिक सत्र 2020-21 में बोर्ड और गृह परीक्षाएं भी पुनर्गठित पाठ्यक्रम के आधार पर ही होंगी। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इस बावत आदेश जारी किए हैं।
क्योंकि एनसीईआरटी अपने पाठ्यक्रम में 30 फीसदी की कटौती कर चुका है, ऐसे में उत्तराखंड के सरकारी और सहायताप्राप्त अशासकीय स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू होने से इसी तर्ज पर पाठ्यक्रम में कटौती की गई है। आदेश में कहा गया कि, कक्षा एक से आठवीं तक एनसीईआरटी से तैयार स्पेसिफाइड लर्निंग आउटकम्स और वैकल्पिक कैलेंडर को ही राज्य में लागू किया जाएगा।
वहीं कक्षा नौ से 12वीं तक उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर से तैयार पुनर्गठित पाठ्यक्रम लागू होगा। उत्तराखंड बोर्ड के पाठ्यक्रम में एनसीईआरटी से अलग पुस्तकें भी लागू हैं। इस पाठ्यक्रम को भी पुनर्गठित किया गया है। आदेश में कहा गया कि पहले से निर्धारित पाठ्यक्रम में की गई कटौती से संबंधित पाठ्यक्रम को छात्रों को यथासंभव पढ़ाया जाए। इससे छात्र-छात्राओं को विषय का अधिकतम ज्ञान मिल सकेगा।