पिथौरागढ़: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा और कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। अब सरकारी छुट्टियों को लेकर राजनीति हो रही है। विवाद इगास की छुट्टी को लेकर शुरू हुआ है। जिस पर हरीश रावत ने टिप्पणी की थी। ऐसे में अब हरीश की टिप्पणी पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी तंज कसा है।
दरअसल, जनभावनाओं का सम्मान करते हुये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के लोक पर्व ‘इगास बग्वाल’ पर छुट्टी की घोषणा की। जिस पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने 14 नवम्बर को इगास के दिन रविवार होने के चलते धामी सरकार पर निशाना साधा था। हालांकि, 14 नवम्बर को रविवार होने के चलते इगास की छुट्टी का आदेश 15 नवंबर के लिए किया गया।
वहीं सीएम धामी ने शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, इगास की छुट्टी दी तो लोग कहने लगे की इगास तो रविवार को है। इसके बाद हमने सोमवार की छुट्टी दे दी। लेकिन हरीश रावत का नाम लिए बिना सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने तो शुक्रवार को छुट्टी की थी, ये सब जानते है क्यों? क्योंकि उस दिन नमाज पढ़नी थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, वे किसी का नाम नहीं लेना चाहते हैं। वे सबका सम्मान करते हैं। हम छुट्टी अपने त्यौहारों पर दे रहे हैं और उनको नमाज पढ़ने के दिन छुट्टी देनी थी। इसके बाद वे ही लोग उत्तराखंड की बात कर करते हैं। उत्तराखंडियत को आगे करते हैं। जब-जब चुनाव होते हैं, वे ऐसी बातें करने लगते हैं।
आपको बता दें कि बीते दिनों उत्तराखंड दौरे के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी शुक्रवार की छुट्टी को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत पर निशाना साधा था। हालांकि हरीश रावत ने अमित शाह को चुनौती देते कहा था कि, अगर बीजेपी सरकार शुक्रवार की छुट्ठी का शासनदेश जनता के सामने रख दे तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।