देहरादून: हाइकोर्ट के फैसले के बाद अब उत्तराखंड में 18 सितंबर यानी कल से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने एसओपी भी जारी कर दी है।
एसओपी के मुताबिक, श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण और ई-पास अनिवार्य किया गया है।
बाहरी प्रदेश के श्रद्धालुओं को पंजीकरण यहां करना होगा: https://smartcitydehradun.uk.gov.in
दर्शन के लिए यहां से ई-पास मिलेगा:
https://devasthanam.uk.gov.in या https://badrinath-kedarnath.gov.in
कोविड वैक्सीन की दोनों डोज या कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट भी जरूरी है।
आंध्र, महाराष्ट्र और केरल से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वैक्सीन की दोनों डोज के बावजूद कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना जरूरी है।
रोजाना कहां कितने यात्री जा सकेंगे
- बदरीनाथ 1000
- केदारनाथ 800
- गंगोत्री 600
- यमुनोत्री 400
देखिए पूरी एसओपी:
वहीं मुख्य सचिव डॉ एस.एस. संधू ने शुक्रवार को भगवान केदारनाथ के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कार्यों में बेहतर गुणवत्ता के साथ ही तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कार्यों में गति लाने के लिए आवश्यक मैन पावर, मशीनरी एवं मटीरियल की पर्याप्तता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में गति लाने के लिए वीकली टारगेट निर्धारित कर अचीवमेंट की समीक्षा नियमित रूप से की जाए।
मुख्य सचिव ने केदार पुरी के दोनों तरफ की पहाड़ियों पर वन विभाग को आकर्षक प्लांटेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने वहां काम कर रही लेबर से भी बात की, मुख्य सचिव ने अधिकारियों को श्रमिकों के लिए उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने चोराबाड़ी ट्रेकरूट को विकसित किए जाने के साथ ही गरुड़ चट्टी से रामबाड़ा तक पुराने मार्ग को सुचारू करने हेतु फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन शंकराचार्य समाधि स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के संगम पर निर्मित हो रहे स्नान घाटों केदारनाथ गरुड़ चट्टी को जोड़ने वाले निर्माणाधीन पुल व पहाड़ी शैली में निर्मित हो रहे भवनों का जायजा भी लिया।
मुख्य सचिव ने वहां मौजूद अधिकारियों से निर्माण कार्यों में गति एवं समय से पूरा करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सुव्यवस्थित और सुरक्षित चारधाम यात्रा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर एवं जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग भी मौजूद रहे।