UKSSSC Paper Leak देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित एक और भर्ती परीक्षा में एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है। पिछले साल हुई इस सचिवालय रक्षक परीक्षा (Secretariat Security Cadre Guard) में एसटीएफ को प्राथमिक जांच में अनियमितताएं मिली हैं।
पुलिस मुख्यालय द्वारा परीक्षा लीक के इस प्रकरण में जांच के बाद प्राथमिक अनियमितताएं पाने पर एसटीएफ ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज कराया है।
सचिवालय रक्षक परीक्षा सितंबर 2021 में यूकेएसएसएससी द्वारा कराई गई थी। इसमें जांच में गड़बड़ी मिलने पर एसटीएफ ने थाना रायपुर में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी विवेचना तत्काल प्रभाव से पुलिस मुख्यालय द्वारा एसटीएफ को सुपर्द कर दी गई है।
UKSSSC Paper Leak: 06 से 10 लाख में बिका पेपर
इस मामले में एसटीएफ को कई तथ्य मिले हैं। इस पेपर को भी आयोग की लखनऊ स्थित प्रिंटिंग प्रेस के कंप्यूटर ऑपरेटर प्रदीप पाल ने लीक किया। उसने परीक्षा से 1 दिन पहले पेन ड्राइव में दूसरे कर्मचारी जयजीत को पेपर दिया। जयजीत ने पेपर चंपावत निवासी पीआरडी के कर्मचारी मनोज जोशी को दिया। उसके बाद पेपर सितारगंज न्यायालय में कनिष्ठ सहायक दूसरे मनोज जोशी को दिया। वहां से बिजनौर निवासी कुलबीर सिंह और टिहरी निवासी दीपक चौहान को उपलब्ध कराया गया। अभ्यर्थियों को 06 से 10 लाख रुपए में यह पेपर बेचा गया। यह सभी पहले से ही स्नातक स्तरीय परीक्षा भर्ती पेपर लीक मामले में नामजद हैं। वहीं पेपर लीक का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड हाकम सिंह से भी इस भर्ती का कनेक्शन बताया जा रहा है।
UKSSSC Paper Leak: 33 पदों के लिए 25,805 अभ्यर्थियों ने दिया एग्जाम
बता दें कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने 26 सितंबर 2021 को सचिवालय सुरक्षा संवर्ग रक्षक (Secretariat Security Cadre Guard) के 33 रिक्त पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी। इसके लिए 36,533 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 25,805 अभ्यर्थियों ने ही एग्जाम दिया, जबकि 10,757 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। भर्ती के लिए प्रदेशभर में 107 केंद्रों पर इसकी लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता हाईस्कूल मांगी गई। आयोग द्वारा इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 22 मार्च को जारी किया गया, हालांकि अभी इसमें प्रमाण पत्र सत्यापन नहीं हो पाए थे।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गड़बड़ी वाले सभी परीक्षाओं को निरस्त करने की बात कही है। ऐसे में स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (VDO, VPDO आदि) के अलावा यह परीक्षा भी निरस्त होगी।
UKSSSC Paper Leak: मेहनती युवाओं के साथ बड़ा अन्याय
वहीं इन सब से मेहनती युवाओं के साथ बड़ा अन्याय हो रहा है। जिस तरह से एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं में लाखों रुपए में पेपर बेचने की खुलासे हो रहे हैं, उससे मेहनती युवा खुद को हताश और ठगा महसूस कर रहा है। युवा यह मानकर परीक्षा में शामिल होते हैं की नौकरी पाने की हद सबसे अधिक पारदर्शिता व्यवस्था है और इसमें घूसखोरी की संभावना नहीं है। ऐसे में वह बड़ी भरोसे के साथ परीक्षा परिणाम को स्वीकार कर लेते हैं। लेकिन अब जिस तरह से यह खुलासे हो रहे हैं, उसने परीक्षाओं की पवित्रता को ही संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया है।