नई दिल्ली: तिब्बत-चीन सीमा से सटे पिथौरागढ़ जिले के सीमांत धारचूला स्थित घटियाबगड़ से लिपूपास तक 80 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा हो गया है। शुक्रवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से लगी चीन सीमा तक पहुंची सड़क का उद्घाटन हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैलाश मानसरोवर के लिए लिंक रोड का उद्घाटन किया। इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी मौजूद रहे।
इस दौरान रक्षामंत्री ने कहा कि, चीन सीमा तक सड़क बनने से देश मजबूत हुआ है। इससे कैलास मानसरोवर यात्रा सुगम होगी और सेना, आईटीबीपी, एसएसबी के जवान अग्रिम चौकियों तक वाहनों से पहुंच सकेंगे। यह सड़क सामरिक और धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है।
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सम्बोधन के बाद रक्षामंत्री ने हरी झंडी दिखाकर छोटे वाहनों को रवाना किया। बीआरओ, सेना और आईटीबीपी के छोटे वाहन धारचूला को रवाना हो गए है। ये वाहन शनिवार सुबह धारचूला से चीन सीमा को रवाना होंगे। वहीं आम लोगों के वाहनों को कुछ दिनों बाद अनुमति दी जा सकती है।
रक्षामन्त्री ने बीआरओ की भी सराहना की। साथ ही इस दौरान उन्होंने सड़क निर्माण में जान गवाने वाले जवानों को भी श्रद्धांजलि दी। 2003 में बीआरओ को इस सड़क के निर्माण का जिम्मा सौपा गया था। कठोर चट्टानों का कटान और नीचे बह रही काली नदी का बचाव करते हुए इस मुश्किल कार्य को आखिरकार बीआरओ ने मई 2020 में अहम सड़क को पूरा कर लिया।