न्यूयॉर्क: दुनिया की सबसे चर्चित और प्रतिष्ठित टाइम (TIME) मैगजीन ने 2020 में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी की है। इस सूची में पीएम नरेंद्र मोदी, अभिनेता आयुष्मान खुराना, शाहीन बाग आंदोलन से सुर्खियों में आईं बिलकिस दादी और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी शामिल हैं।
टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी को सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में रखने के साथ ही उनके खिलाफ तल्ख टिप्पणियां की हैं। TIME ने पीएम मोदी को लेकर लिखा कि:
“वास्तव में लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव अहम नहीं है। इससे केवल यह पता चलता है कि किसे सबसे अधिक वोट मिला। ज्यादा अहम उनका अधिकार है जिन्होंने विजेता को वोट नहीं दिया। भारत सात दशकों से अधिक समय तक दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र रहा है। 1.3 बिलियन की आबादी में ईसाई, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन और अन्य धार्मिक संप्रदाय शामिल हैं। भारत में सभी मिलजुलकर रहते हैं,, जिसकी तारीफ में दलाई लामा (जिन्होंने अपना अधिकांश जीवन वहां शरण में बिताया है) ने “सद्भाव और स्थिरता का उदाहरण” कहा है।
नरेंद्र मोदी ने इन सभी को संदेह में ला दिया है। हालाँकि भारत के लगभग सभी प्रधान मंत्री लगभग 80% आबादी से आते हैं जो कि हिंदू हैं, केवल मोदी ने इस तरह शासन किया है जैसे कि कोई और मायने नहीं रखता। सर्वप्रथम सशक्तिकरण के लोकलुभावन वादे पर चुने गए, उनकी हिंदू – राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी ने न केवल उत्कृष्टता, बल्कि बहुलवाद को भी खारिज कर दिया, विशेष रूप से भारत के मुसलमानों को लक्षित किया। महामारी का संकट अहसमति का गला घोंटने का बहाना बन गया। और दुनिया का सबसे जीवंत लोकतंत्र अंधेरे में गिर गया।”
बहुत सही कहा है,
मैं पूर्णतया सहमत हूँ।