मणिपुर: मणिपुर के चूड़ाचंद्रपुर जिले के सिंघट इलाके में आज शनिवार को आतंकियों ने असम राइफल्स (ASSAM RIFLES) के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में 46, असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर (CO) समेत पांच जवान शहीद हो गए। हमले में कर्नल की पत्नी अनुजा शुक्ला (37) और बेटे आशीष त्रिपाठी (उम्र 5 साल) की भी मौत हो गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने इस कायराना हमले कर निंदा की है। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी हमले की निंदा की।
सेना ने बताया कि असम राइफल्स के चार कर्मचारियों, एक अधिकारी, उनकी पत्नी और उनके 05 साल के बेटे की मौत होने के अलावा चार अन्य सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सेना के अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर पहले आईईडी धमाके किए फिर चूड़ाचांदपुर में वाहनों पर गोलीबारी की। कर्नल त्रिपाठी अपने फॉरवर्ड कंपनी बेस से बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे।
मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में शहीद असम रायफल्स के कमांडर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के भाई लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल त्रिपाठी भी सेना में हैं। कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे।
आर्मी मुख्यालय हालात पर लगातार कड़ी नजर बना कर रख रहा है। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने इस आतंकी हमले की जानकारी ली है। हमले के बाद इस इलाके में इस हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
इस हमले के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसका गठन साल 1978 में हुआ था। बाद में भारत सरकार ने इसे आतंकी संगठन घोषित कर दिया था (PLA Attack in Manipur)। ये संगठन मणिपुर में भारतीय सुरक्षाबलों पर धोखे से हमले करने के लिए जाना जाता है। इसका गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था। आतंकी संगठन पीएलए स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता है।