मुम्बई: मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन हो गया है। इससे बॉलीवुड जगत को एक और झटका लगा है। बॉलीवुड ने इसी साल कई हस्तियों को खोया है। वे बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं, सांस लेने में शिकायत के बाद सरोज खान को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार देर रात कार्डियक अरेस्ट की वजह से 72 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
चार दशक के लंबे करियर में सरोज खान को 2,000 से ज्यादा गानों की कोरियोग्राफी करने का श्रेय हासिल है। उन्होंने माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी सहित बॉलीवुड के कई कलाकारों को डांस सिखाया। उनको अपनी कोरियोग्राफी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिला। उन्होंने आखिरी बार 2019 में करण जौहर के प्रोडक्शन ‘कलंक’ के गाने ‘तबाह हो गई..’ में माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था।
सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल था। सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को किशनचंद सद्धू सिंह और नोनी सद्धू सिंह के घर हुआ था। विभाजन के बाद सरोज खान का परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया था। सरोज ने महज तीन साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उनकी पहली फिल्म ‘नजराना’ थी, जिसमें उन्होंने श्यामा नाम की बच्ची का किरदार निभाया था।
सरोज खान ने 13 साल की उम्र में बी सोहनलाल से शादी हो गई थी जो पहले से शादीशुदा थे। दोनों की उम्र में 30 साल का लंबा गैप था। उन्होंने अपने पति से ही डांस सिखा। इसके बाद वो खुद कोरियाग्राफर बनने के लिए चल पड़ीं। पहले वो असिस्टेंट कोरियोग्राफर थीं। इसके बाद 1974 में आई फिल्म ‘गीता मेरा नाम’ से वो स्वतंत्र कोरियोग्राफर बन गईं।
सरोज खान ने जब सोहनलाल से शादी की थी तब उन्हें इस बारे में नहीं पता था कि उनके पति पहले से ही शादीशुदा हैं। सोहन से शादी के बाद सरोज ने एक बेटे राजू खान को भी जन्म दिया था। तब उन्हें सोहनलाल की शादी के बारे में खबर हुई। 1965 में सरोज खान को दूसरा बच्चा भी हुआ लेकिन बच न सका। सोहनलाल ने उनके बच्चे को अपनाने से मना कर दिया। यही वजह थी कि दोनों के रिश्ते में दरार आ गई।
कोरियोग्राफर ने पाकिस्तानी टीवी को दिए इंटरव्यू में बताया था कि मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम को कुबूला था। वो आज तक मुस्लिम धर्म का पालन करती हैं।
2002 में आई फ़िल्म ‘देवदास’, 2006 में ‘श्रृंगारम’ और 2007 में ‘जब वी मेट’ के लिए उन्हें कोरियोग्राफी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।
सरोज कई रिएलिटी शो में जज के तौर पर भी दिखाई देती थीं, जिसमें नच बलिए, उस्तादों के उस्ताद, नचले वे विद सरोज खान, बूगी-वूगी, झलक दिखला जा जैसे शामिल हैं।