UKSSSC Paper Leak देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में सबसे बड़ी गिरफ्तारी हुई है। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने पेपर प्रिंट करने वाली कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया है। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में यह अब तक की 26वीं गिरफ्तारी है।
यूकेएसएसएससी मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए एसटीएफ ने आरआईएमएस (RIMS) कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने आउटसोर्स कंपनी आरआईएमएस टेक्नो सॉल्यूशन को भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र छापने के लिए प्रिंटिंग प्रेस को जिम्मेदारी दी थी। इसके कर्मचारियों ने ही सचिवालय रक्षक भर्ती और स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक किए थे। प्लान इतना फुल प्रूफ था कि उन्होंने तीन महीने में बिना किसी को भनक लगे दो परीक्षाओं के पेपर चोरी कर लिए।
पहले 33 पदों वाली सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने का ट्रायल हुआ। पेन ड्राइव के माध्यम से प्रिंटिंग प्रेस से ही पेपर की कॉपी को बाहर भेजा गया। माना जा रहा है कि, नकल माफियाओं ने छोटी परीक्षा होने के नाते पेपर लीक को सुरक्षित आंका था। इसके बाद 900 से अधिक पद वाली स्नातक स्तरीय परीक्षा में बड़े पैमाने पर खेल किया गया। इस बार पेन ड्राइव के बजाय टेलीग्राम ऐप के माध्यम से पेपर लीक किया गया।
विवादों में घिरने पर लखनऊ में पेपर छापने वाली प्रेस से प्रिंटिंग और पैकिंग के दौरान का सीसीटीवी फुटेज गायब हो गया। एसटीएफ ने अन्य कड़ियों को जोड़ते हुए कंपनी के कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार किया।
इसी क्रम में आज सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए एसटीएफ ने आरआईएमएस (RIMS) कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है।