UKSSSC Paper Leak देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती धांधली (Uksssc Paper Leak) को लेकर बड़ी खबर है। इस केस में नेताओं के नाम आने के बाद ईडी (ED) का दखल होने जा रहा है। अब नकल माफियाओं की अवैध संपति को लेकर बड़ी कार्यवाही हो सकती है। अभी तक इस केस में 19 गिरफ्तारी और 83 लाख नकद बरामदगी हुई है।
Uksssc Paper Leak मामले में 15 अहम गोपनीय गवाह
एसटीएफ ने मजबूत कानूनी शिकंजा कसने के लिए न्यायालय में अब तक 15 अहम गवाहों के बयान कलमबंद कराए हैं। गवाहों के बारे में जानकारी गोपनीय रखी जा रही है।
Uksssc Paper Leak Case में STF ने केंद्रीय एजेंसियों से मांगी मदद
वहीं यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में नकल माफियाओं को नेस्तनाबूद करने के लिए उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) केंद्रीय एजेंसियों से भी जानकारी साझा करेगी। एसटीएफ ने बताया कि, अभी तक गिरफ्तार कुछ अभियुक्त के पेपर लीक मध्यम से काफी संपति अर्जित करने के तथ्य प्रकाश में आ रहे है।
साथ ही 83 लाख नकद बरामदगी भी हुई है, जिसको देखते हुए यूकेएसएसएससी पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) मामले की एफआईआर के साथ प्रारंभिक रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) को भेजी जा रही है। आगे भी जांच में जो अवैध संपति की जानकारी आयेगी, वो भी केंद्रीय एजेंसी से साझा की जाएगी।
क्या है Uksssc Paper Leak मामला?
बता दें कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate service selection commission) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (VDO, VPDO etc) का परिणाम जारी होने के बाद पेपर लीक का मामला सामने आया। इसमें एक ही क्षेत्र के कई अभ्यर्थी, कई जनप्रतिनिधि समेत कई छात्रों के नकल कर चयनित होने की बात सामने आई। इसमें सचिवालय कर्मचारी, कोर्ट कर्मचारी, पुलिसकर्मी, अध्यापक से लेकर नेता तक कुल 19 लोग एसटीएफ की गिरफ्त में आ चुके हैं।
एसएसपी (STF) अजय सिंह और उनकी टीम को इस शानदार कार्य के लिए स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। वहीं अब जांच में ईडी (ED) की एंट्री के बाद से नकल माफियाओं में हलचल मची हुई है।