देहरादून: उत्तराखंड में वन अनुसंधान संस्थान (FRI) की समूह-ग की परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आया है। एफआरआई की ओर से आयोजित मल्टी टास्क स्टाफ परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी के मामले में संस्थान के कुलसचिव एसके थमस ने पुलिस में तहरीर दी है। केंद्रीय अधीक्षक की ओर से असली अभ्यर्थी को बाहर कर पेपर साल्वर को परीक्षा में बैठा दिया, जो पेपर खत्म होने से कुछ देर पहले ही पेपर छोड़कर फरार हो गया।
मामले में पुलिस ने मुख्य अभ्यर्थी को पकड़ लिया, लेकिन पेपर साल्वर का अभी कोई पता नहीं लग पाया है। चौकी प्रभारी खुड़बुडा पंकज तिवारी के अनुसार, एफआरआइ के कुल सचिव ने शिकायत दर्ज करवाई कि 03 अक्टूबर को मल्टी टास्क स्टाफ (एमटीएस) पद की लिखित परीक्षा करवाई गई थी। इसके लिए 28 केंद्र बनाए गए थे।
शाम 04 से 06 बजे तक आयोजित परीक्षा के केंद्र गुरु रामराय पब्लिक स्कूल खुड़बुड़ा में अमित नाम के दो अभ्यर्थी आए। दोनों के आधार कार्ड में पिता का नाम व पता एक ही था। इससे यह स्पष्ट नहीं पाया कि दोनों में से किसे परीक्षा के लिए अनुमति प्रदान की जाए। दोनों अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र का मिलान करने पर एक अमित नाम के एक अभ्यर्थी की आइडी सही प्रतीत होने के कारण उसे परीक्षा में शामिल होने की अनुमति निरीक्षक एवं केंद्र अधीक्षक की ओर से पर्यवेक्षक से चर्चा करने के बाद दी गई। जबकि, दूसरे अमित का पहचान पत्र फर्जी करार देते हुए उसे सेंटर से वापस भेज दिया। वहीं परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षा में शामिल होने वाला फरार हो गया।
अब जांच में सामने आया है कि जो अमित फरार हुआ है वह पेपर साल्वर था। जबकि मुख्य अभ्यर्थी अमित निवासी गिरावड़ रोहतक हरियाणा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। असली अमित ने फर्जी अमित को पेपर देने के लिए बुलाया था। फर्जी अमित पेपर देने में थोड़ा लेट हो गया, जिसके कारण असली अमित ही पेपर देने के लिए चला गया। इसी दौरान पेपर साल्वर भी पहुंच गया, उसने जब अपनी आइडी दिखाई तो मामला पकड़ में आ गया।
फरार हुए फर्जी अमित का बैग संस्थान में छूट गया। जिसमें कुछ दस्तावेज मिले। उन दस्तावेजों के साथ इस मामले में फर्जीवाड़े को लेकर शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई। तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।